स्वीट टॉक
से बनती है बात
जिंदगी में कभी-कभी ऐसा होता है कि आप बड़े-बड़े काम करके भी ज्यादा
कुछ हासिल नहीं कर पाते और कभी-कभी आपकी कोई छोटी-सी बात भी बड़ा काम कर जाती है। ऐसी
ही एक छोटी सी बात है जिससे हम अपनी डेली लाइफ में कई बार करते हैं और वो है बातचीत।
बातचीत तो सब करते हैं लेकिन इंप्रेसिव टॉक वो होता है जिसमें आप
पोलाइट होने के साथ-साथ सामने वाले पर अपना प्रभाव छोड़ते हैं। इससे आप पर्सनल लाइफ
में आसानी से सक्सेसफुल हो सकते हैं। यहाँ हम आपको इंप्रेसिव टॉक की कुछ गाइडलाइन्स
बता रहे हैं
1. हैलो करने की पहल हमेशा अपनी तरफ से करें, सामने वाले का इंतजार
न करें और सबके साथ पोलाइट और डीसेंट बिहेवियर रखें।
2. जबान को स्वीट रखने की कोशिश करें। कभी किसी के लिए बातों में
बिटरनेस या दिल दुखाने वाले शब्दों का इस्तेमाल न करें। कभी भी किसी का मजाक न तो उसके
सामने और न ही उसकी पीठ पीछे उड़ाएँ।
3. ध्यान रखें कि दूसरों के प्रति आपका हर व्यवहार सम्मानजनक हो।
4. बेवजह बड़े और असरदार नामों का उल्लेख करने से बचें।
5. दूसरों के सामने अपनी बड़ाई या प्रशंसा करने से बचें। साथ ही,
अपने कामों, उपलब्धियों या खूबियों का ढोल खुद ही न पीटें।
6. अपने समकक्ष को उसके काम करने का तरीका समझाने की कोशिश न करें।
ऐसा करने से आप दंभी प्रतीत होंगे।
7. कभी भी अपने वरिष्ठों या समकक्षों को न तो उपदेश देने की कोशिश
करें और न ही नैतिकता का पाठ पढ़ाएँ। सबके बीच कभी भी बिना जरूरत के न बोलें और न ही
खुद को दूसरों पर थोपने की कोशिश करें। हमेशा ऐसी भाषा या शब्दों का प्रयोग करें, जो
सबकी समझ में आएँ।
8. जानकारी न रखने वालों के सामने कभी भी कठिन विषयों पर
चर्चा न करें।
9. कभी भी किसी की कमी या अपूर्णता पर नजरें न टिकाएं। अगर कोई व्यक्ति
ऐसा है भी तो सीधे उसकी कमी या हालात के बारे में बातचीत न शुरू कर दें। या फिर बातचीत
का सिलसिला ही इस बात से शुरू कर दें।
10. कभी भी किसी की शारीरिक कमी, रंग-रूप, विकलांगता, हकलाने या
तुतलाने की आदत का मजाक न बनाएँ।
11. कभी भी किसी के दुख या दुर्भाग्य पर खुशियाँ न मनाएँ, भले ही
वह आपका दुश्मन क्यों न हो।
12. जब भी अपने किसी दुश्मन को सजा पाते या दंडित होते देखें तो
संयत बने रहें।
13. अगर किसी व्यक्ति की कड़ी मेहनत के बावजूद उसे मनचाहा फल न मिल
पा रहा हो तो उसकी कमियाँ या दोष न निकालें, क्योंकि ऐसे समय में उसका मनोबल पहले ही
गिरा हुआ होगा।
14. जब भी किसी व्यक्ति को उसकी कमी बताना या कुछ समझाना हो तो हमेशा
उसे एकांत में ले जाएँ।
15. जब भी किसी व्यक्ति को उसकी कमी बताएँ तो उस दौरान गुस्सा करने
से बचें। अगर डाँटना भी पड़े तो नरमी बरतते हुए लेकिन प्रभावशाली ढंग से अपनी बात कहें।
16. अगर आप किसी सभा या महफिल में हैं तो बाद में आने वालों का भी
ध्यान रखें और उन्हें भी अपनी बातचीत में शामिल होने का पूरा मौका दें।
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